सूना रहेगा आंगनबाड़ी कार्मिकों का रक्षाबंधन,चार महीनों से वेतन भत्ते का भुगतान नहीं
काला फीता बांधकर हर जिला मुख्यालय पर डीएम के जरिये मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
कार्यकारी निदेशक कपिल सिंह ने कहा-जल्द से जल्द बकाया वेतन भुगतान के हो रहे प्रयास
लखनऊ:- इस बार आंगनबाड़ी कार्मिकों का रक्षाबंधन पर्व सूना ही रहेगा। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की करीब तीन हजार मुख्य सेविकाओं, छह सौ बाल विकास परियोजना अधिकारियों को पिछले चार महीने से वेतन भत्ते का भुगतान नहीं हुआ है।इसी तरह लाखों की तादाद में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी उनके मानदेय का भुगतान नहीं हो सका है। प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकत्री को 4500 रुपये का मानदेय और 1500 रुपये मासिक की दर से प्रधानमंत्री द्वारा घोषित प्रोत्साहन राशि का भुगतान होता है।
सोमवार को विभाग की सुपरवाईजर एसोसिएशन के तत्वावधान में चल रहे चरणबद्ध आन्दोलन के तहत हर जिला मुख्यालय पर संगठन के पदाधिकारियों ने काला फीता बांधकर डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया। ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि अगर 15 अगस्त तक वेतन भत्ते का भुगतान नहीं किया गया तो पूरे प्रदेश में आन्दोलन और तेज कर दिया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी विभाग और शासन की होगी। ज्ञापन में कहा गया है कि इस वक्त एक मुख्य सेविका से चार-चार मुख्य सेविका का काम लिया जा रहा है।मुख्य सेविकाओं द्वारा एक दिन में पांच से आठ आंगनबाड़ी केन्द्रों की जियो टैगिंग भी की जा रही है। जिसके लिए उन्हें रोजाना 500 रुपये से एक हजार ऱुपये की राशि खर्च करनी पड़ रही है। इस कार्य के लिए मुख्य सेविकाओं को कोई यात्रा भत्ता नहीं दिया जाता। इसके साथ ही पोषण ट्रैकर पोर्टल पर शतप्रतिशत आधार सत्यापन, आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाले बच्चों का वजन दर्ज करने आदि का काम भी मुख्य सेविकाओं को ही करना पड़ता है।
आर्थिक संकट के चलते विभाग के कार्मिकों को परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। बच्चों की फीस व लिए गए कर्जे की किस्त का भुगतान तक नहीं किया जा पा रहा है। एसोसिएशन की अध्यक्ष रेनु शुक्ला और महामंत्री शशिकांता का कहना है कि कोरोना काल से अब तक कोई भी ऐसा महीना नहीं रहा, जिस महीने की पहली तारीख को वेतन मिला हो। इनका आरोप है कि केन्द्र से मिलने वाले 40 प्रतिशत बजट का उपयोगिता प्रमाण-पत्र समय से केन्द्र को नहीं भेजा जाता इसलिए वेतन भत्ते का भुगतान समय से नहीं हो पाता।उधर, विभाग के कार्यकारी निदेशक कपिल सिंह ने कहा कि केंद्र के निर्देश पर सिंगिल नोडल एकाउंट खोले गए हैं और पीएफएमएस से धनराशि ट्रांसफर की जाती है, इसमें तकनीकी दिक्कत के चलते समय से वेतन भुगतान नहीं हो सका। उनका प्रयास है कि जल्द से जल्द बकाया वेतन भत्ते का भुगतान करवा दिया जाए।