कॉपी-पेपर के लिए बजट नहीं कैसे होंगी छमाही परीक्षाएं
बेसिक शिक्षा विभाग ने हाल ही दिया है परीक्षा कराने का निर्देश
विद्यालयों के पास परीक्षा कराने के लिए नहीं है अतिरिक्त ग्रांट
लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग ने कोविड काल के बाद इस साल से पुनः कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की छमाही परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए विद्यालयों को 10 नवंबर तक का समय निर्धारित किया गया है। पर, इन विद्यालयों के पास कॉपी-पेपर छपवाने के लिए बजट नहीं हैं। इससे वे पशोपेश में हैं कि परीक्षाएं कैसे होंगी। उधर, विभाग ने कोई बजट भी जारी नहीं किया है।
विभाग ने हाल ही में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं 30 अक्तूबर से 10 नवंबर तक |और वार्षिक परीक्षाएं 11 से 15 मार्च के बीच कराने को कहा है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक की देखरेख में प्रश्न पत्रों तैयार कराते हुए बीएसए अपनी सुविधा के अनुसार 10 नवंबर तक कराएं। अब प्रधानाध्यापक परेशान हैं कि वह पेपर कॉपी की व्यवस्था कहां से करें। यह भी नहीं बताया गया है कि कॉपी-पेपर के लिए बजट की व्यवस्था कैसे करें पूर्व में मंडल स्तर पर पेपर छपवाने की व्यवस्था की गई थी।
कक्षा एक से आठ की परीक्षाओं के आयोजन के लिए जल्द बजट जारी किया जाएगा। बेसिक शिक्षा परिषद को इसके लिए निर्देश जारी किए गए हैं। विद्यालय स्तर पर अन्य तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं। -विजय किरन आनंद, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के निर्भय सिंह ने कहा कि यह परीक्षा के साथ मजाक है। शिक्षक या प्रधानाध्यापक अपनी जेब से कितना पैसा लगाकर परीक्षाएं कराएंगे। कंपोजिट ग्रांट भी नहीं आ रही है कि इसका ही प्रयोग किया जा सके।
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