उच्च शिक्षण संस्थानों का डाटा जुटाएगी सरकार, शिक्षा के क्षेत्र में अर्थव्यवस्था जानने के लिए डाटा एकत्रित होगा

प्राचार्य को पत्र लिखकर कई स्तर पर डाटा मांगा

सूचना निर्धारित गूगल फॉर्म पर मांगी गई है सूचना

तीन दिन में डाटा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया

गोरखपुर:-उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाए जाने का लक्ष्य रखने वाली सरकार इस दिशा में गंभीरता के साथ कदम बढ़ा रही है। शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश की अर्थव्यवस्था जानने के लिए डाटा एकत्रित किया जाएगा। शुरुआती चरण में उच्च शिक्षण संस्थानों से डाटा मांगा गया है। उच्च शिक्षा निदेशक ने इस संबंध में प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों के कुलसचिव, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी और समस्त महाविद्यालयों के प्राचार्य को पत्र लिखकर कई स्तर पर डाटा मांगा है।

शासन के पत्र के मुताबिक प्रदेश के एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के सम्बंध में उच्च शिक्षण संस्थाओं (विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय) की सूचना निर्धारित गूगल फॉर्म पर उपलब्ध कराए जाएं। इस सम्बंध में गूगल फॉर्म का लिंक भी जारी किया गया हैं। बताते हैं कि यह डाटा मिलने के बाद यह साफ हो सकेगा कि किस जिले में कितने विश्वविद्यालय, महाविद्यालय हैं। इनमें कितने शहरी और कितने ग्रामीण क्षेत्रों में हैं।

कौन सा क्षेत्र उच्च शिक्षण संस्थानों से समृद्ध है और कौन सा क्षेत्र अभी भी पिछड़ा है। शासन से यह पत्र मिलने के बाद गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद ने गुरुवार को सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों को पत्र लिखकर तीन दिन में सम्बंधित डाटा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इसमें महाविद्यालयों को कॉलेज के नाम के साथ ही, मंडल, जिला, तहसील, ब्लॉक, स्थानीय निकाय, क्षेत्र ‘, (शहरी या ग्रामीण) का डिटेल मांगा गया है। पत्र में गूगल फॉर्म का लिंक भी दिया गया है। महाविद्यालयों की तरफ से भी तेजी दिखाते हुए डाटा अपलोड किया जा रहा है।

शासन ने उच्च शिक्षण संस्थाओं का ब्योरा मांगा है। गूगल फॉर्म भेजकर उन्हें निर्देशित किया गया कि वे जल्द डाटा भरकर अपलोड करें।-विशेश्वर प्रसाद, कुलसचिव, डीडीयू ।

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