26 साल से नौकरी कर रहा फर्जी बेसिक शिक्षक बर्खास्त, कूटरचित दस्तावेजों के सहारे कर रहा था काम
बलिया में कार्यरत शिक्षक के कूटरचित दस्तावेजों के सहारे गोरखपुर के परिषदीय विद्यालय में 26 साल से नौकरी करने वाले फर्जी शिक्षक को बेसिक शिक्षा विभाग ने बर्खास्त कर दिया है। आरोपी के खिलाफ एसटीएफ लखनऊ को शिकायत मिली थी। जांच में आरोप पुष्ट होने और एसटीएफ की रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने बर्खास्तगी की कार्रवाई की है।भटहट ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय काजीपुर में कार्यरत सहायक अध्यापक नंदलाल राम के खिलाफ बलिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय रामपुर चौहान में कार्यरत शिक्षक नंदलाल राम ने शिकायत की थी।
एसटीएफ लखनऊ को भेजे पत्र में नंदलाल ने गोरखपुर के शिक्षक पर कूटरचित दस्तावेजों के सहारे नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया था।जांच के दौरान एसटीएफ ने गोरखपुर के आरोपी शिक्षक को अपने पक्ष रखने के लिए बुलाया। मगर, शिक्षक अपना पक्ष रखने को प्रस्तुत नहीं हुआ। इसके बाद विभाग ने आरोपी के हाईस्कूल और इंटर के प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया। इस दौरान कूटरचित दस्तावेजों के इस्तेमाल की बात सामने आई।एसटीएफ ने जांच रिपोर्ट बेसिक शिक्षा विभाग को भेजी। इसके बाद विभाग ने आरोपी शिक्षक नंदलाल को बर्खास्त कर दिया।
“भटहट ब्लॉक में कूटरचित दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने वाले शिक्षक नंदलाल राम को बर्खास्त कर दिया गया है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही रिकवरी की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”-आरके सिंह, बीएसए