फर्जी बेसिक शिक्षिका 25 साल से कर रही थी नौकरी, केस
फर्जी बेसिक शिक्षिका 25 साल से कर रही थी नौकरी, केस
बस्ती:- बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़ा कर नौकरी हथियाने वाली फर्जी शिक्षिका के खिलाफ गौर पुलिस ने मुकदमा कायम कर लिया है। 25 साल तक बिना किसी रोक-टोक नौकरी करने वाली शिक्षिका के खिलाफ हुई शिकायत बाद बीएसए डॉ. इन्द्रजीत प्रजापति ने जांच बैठाई थी। जांच में सामने आया कि गोरखपुर में कार्यरत असली शिक्षिका के अभिलेख व पैन कार्ड पर उसने नौकरी प्राप्त कर ली थी।
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खंड शिक्षा अधिकारी ओंकारनाथ वर्मा की तहरीर पर गौर ब्लॉक के प्रावि महुआ डाबर पर प्रधानाध्यापिका प्रेमलता सिंह निवासी विश्वनाथपुर खनबनयिया थाना महुली संतकबीरनगर के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। बीएसए कार्यालय के अनुसार गौर ब्लॉक के प्रावि महुआ डाबर पर प्रधानाध्यापिका प्रेमलता सिंह के खिलाफ गोरखपुर से शिकायत प्राप्त हुई थी। इसी नाम से असली शिक्षिका प्रेमलता सिंह पूर्व मावि भीतहा ब्लॉक कौड़ीराम जनपद गोरखपुर में कार्यरत हैं। उन्हें अपने अभिलेख व पैन कार्ड के दुरुपयोग की जानकारी हुई तो इसकी शिकायत की थी। जांच में सामने आया कि अभिलेखों का दुरुपयोग कर 3 दिसंबर 1997 में यानी करीब 25 साल पहले फर्जी तरीके से नौकरी हथियाई गई थी। हेरफर की पुष्टि होने के बाद प्रेमलता सिंह को बर्खास्त कर दिया गया। बीएसए डॉ. इन्द्रजीत प्रजापति ने साथ ही आहरित वेतन की रिकवरी और एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया था। गौर पुलिस ने खंड शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर आईपीसी 419, 420, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया है।