लखनऊ: महामारी काल में वायरस ने सभी लोगों की जिंदगी प्रभावित की है। संक्रमण से बचने के बाद भी लोगों को तमाम तरह की बीमारियों ने घेर लिया है। आंखों से जुड़ी बीमारियों में भी इजाफा हुआ है। सबसे ज्यादा स्कूली छात्र-छात्राओं की आंखें प्रभावित हुई हैं। मोबाइल-लैपटॉप पर ऑनलाइन क्लास चली। बच्चे का पांच से छह घंटे कम्प्यूटर व मोबाइल की स्क्रीन के सामने गुजरे। इससे चश्मे का नम्बर बदलने समेत दूसरी दिक्कतें देखने को मिल रही हैं।गुरुवार को अन्तरराष्ट्रीय दृष्टि जागरूकता दिवस है। अकेले केजीएमयू नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में 25 फीसदी तक मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। केजीएमयू नेत्र रोग विभाग के डॉ. सिद्धार्थ के मुताबिक ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों की आंखों की सेहत बिगड़ी है। पढ़ाई संग बच्चों ने गेम आदि में काफी समय गुजारा है। लगातार स्क्रीन पर नजर लगाने से आंखों का पानी सूख रहा है। पलक भी कम झपक रही है। इससे भी दिक्कत बढ़ी है। आंखों में सूखापन बढ़ रहा है। वहीं सिरदर्द और नींद प्रभावित होने की शिकायत लेकर लोग अस्पताल की ओपीडी में आ रहे हैं।