पुरानी पेंशन के लिए कर्मचारियों ने भरी हुंकार, मांगे नहीं मानी गई तो 30 नवंबर 2021 को राजधानी जाम करने की तैयारी

प्रयागराज: पुरानी पेंशन बहाली की मांग तेज हो गई है गुरुवार को पत्थर गिरजा घर के निकट जीजीआईसी के मैदान मे आंदोलनकारी शिक्षकों कर्मचारियों और रिटायर कर्मचारियों का हुजूम रहा हजारों कर्मचारियों ने एक सुर में पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की कर्मचारियों ने कहा कि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह 30 नवंबर 2021 को राजधानी काम करेंगे पुरानी पेंशन सहित 11 सूत्री मांग पत्र मंच में पढ़ा गया और प्रदेश सरकार को चेतावनी दी गई कि मांगे न माने जाने पर आंदोलन उग्र होगा।

कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पेंशनर अधिकार मंच के बैनर तले कई संगठनों के पदाधिकारी और राज्य व केंद्र सरकार के कर्मचारी आंदोलन में एकजुट हुए इसके जरिए कई हजार कर्मचारियों ने अपनी ताकत दिखाई और पुरानी पेंशन बहाली की आवाज बुलंद की। धरना स्थल पर पहुंचे शिक्षक विधायक श्री सुरेश त्रिपाठी जी ने कहा कि कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की मांग जायज है इसे सरकार को मान लेनी चाहिए सरकार की नीतियों और महत्वाकांक्षी योजनाओं का पालन कराने वाले कर्मचारी का सहयोग करेंगे तो स्थिति बिगड़ सकती है आंदोलन के संयोजक बीके पांडे ने हालांकि सरकार की कथनी और करनी में अंतर है नई पेंशन जुबां पर निर्भर है शेयर आधारित पेंशन दिया जाना कहां तक उचित है।

सरकार में ना रहते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुरानी पेंशन दिए जाने की पुरजोर वकालत करते थे अब वह अपना वादा भूल चुके हैं डिप्लोमा इंजीनियर संघ के मंडल सचिव इंजीनियर बीके राजपूत ने कहा कि जब माननीयों को पेंशन मिल रही है तो कर्मचारियों को क्यों नहीं जो कर्मचारी सरकार के कार्यों के लिए अपना पूरा जीवन लगा रहा है उसे पुरानी पेंशन से वंचित नहीं किया जाना चाहिए डिप्लोमा इंजीनियर संघ के महामंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारियों के साथ छलावा है इसमें तय नहीं है कि रिटायर होने के बाद कितनी पेंशन मिलेगी इसलिए इसे खत्म करके पुरानी पेंशन लागू की जाए नियमित वर्क चार्ज के कर्मचारी नेता रवि शंकर मिश्र ने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों का हक है उसे अवश्य देना चाहिए।


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