स्कूल ड्रेस, स्वेटर और बैग से वंचित हैं छात्र, नहीं बन सका आधार कार्ड

डेटा फीड करने में सबसे बड़ी बाधा बच्चों के पास आधार कार्ड न होना

वाराणसी:- डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर ( डीबीटी ) योजना के तहत बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से 31 जुलाई तक एक लाख 61 हजार छात्र – छात्राओं का डेटा अभिभावकों के बैंक खातों का सत्यापन कर शासन को भेजा जा चुका है । कई अभिभावकों के खाते में डीबीटी की धनर आवंटित भी कर दी गई है , लेकिन अब भी एक लाख 17 हजार छात्र छात्राओं डेटा उनका आधार कार्ड न बनने शासन को नहीं भेजा जा सका ऐसे में इन छात्र – छात्राओं को लाभ लेने के लिए लंबा इंतजार करना सकता है ।

प्राथमिक विद्यालयों अध्ययनरत छात्र – छात्राओं के अभिभावकों को यूनिफॉर्म , स्वेटर जूता – मोजा व स्कूल बैग व शिक्षण सामग्री खरीदने के लिए 1200 रुपये दिए जा रहे हैं । शैक्षणिक सत्र शुरू होने पर शिक्षकों द्वारा छात्र – छात्राओं को डेटा भेजने के लिए अभिभावकों के बैंक खाते की डिटेल व बच्चों का आधार कार्ड सत्यापित करने का कार्य शुरू किया गया था । डेटा फीड करने में सबसे बड़ी बाधा बच्चों के पास आधार कार्ड न होना बताया जा रहा है । जिन बच्चों के आधार कार्ड बने

86 प्रतिशत बच्चों का डेटा हो चुका अपलोड:

काशी विद्यापीठ के खंड शिक्षा अधिकारी प्रदीप मिश्रा ने बताया कि ब्लॉक में 86 प्रतिशत बच्चों का डेटा अपलोड किया जा चुका । लेकिन आधार कार्ड का नंबर मिलने के कारण 14 फीसदी बच्चों का डेटा सत्यापित करने का काम अभी रुका हुआ है । इसको लेकर कार्यालय के माध्यम से सूचना शासन को भेजी गई है । आधार कार्ड का नंबर मिलने के बाद बच्चों की धनराशि उनके खाते में भेज दी जाएगी । वहीं , जिला समन्वयक समेकित शिक्षा त्रिलोकी नाथ शर्मा ने बताया कि जिन बच्चों का आधार नहीं है , उनके आधार के लिए आवेदन किया गया है , आधार नंबर जनरेट होने के बाद बच्चों को धनराशि उनके खाते में जल्द की भेज दी जाएगी ।


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