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Cooks will now get honorarium on time every month || परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों को अब हर माह मिलेगा समय से मानदेय


माह मार्च की निष्ठा प्रशिक्षण मॉड्यूल-11 & 12 की लिंक, Join

मॉड्यूल-11  “शिक्षण, अधिगम,मूल्यांकन में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी ICT” की प्रश्रोत्तरी का हल।

मॉड्यूल-12 “बुनियादी स्तर के लिए खिलौना आधारित शिक्षण” की प्रश्नोत्तरी का हल।

प्रतापगढ़:- जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को पका पकाया भोजन मुहैया कराने की जिम्मेदारी निभाते हुए 8126 रसोइयों के लिए खुशखबरी है। अब उनके खाते में प्रत्येक माह मानदेय की रकम समय से पहुंचेगी। विभाग ने अब पीएफएमएस प्रणाली से मानदेय भुगतान करने का निर्णय लिया है। अभी तक रसोइयों को छह-छह माह पर मानदेय मिलता था।

जिले के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों के बच्चों को पका पकाया भोजन मुहैया कराने वाले रसोइयों को अब तक मानदेय के लिए विद्यालय के प्रधानाध्यापकों पर रहना पड़ता था लेकिन अब नहीं निर्भर रहना होगा। जिले के 17 विकासखंड के 2364 स्कूलों में 8126 रसोइयों तैनात हैं इन रसोइयों को प्रतिमाह 1500-1500रुपये मानदेय मिलता है।शिक्षासत्र के 10 माह का मानदेय 6 माह बाद ही मिलता था। इसकी वजह यह है कि मध्यान भोजन प्राधिकरण से बजट ही नहीं आता था। शासन ने रसोइयों को नियमित रूप से मानदेय भुगतान करने के लिए पीएफएमएस प्रणाली लागू कर दी है। अब प्रत्येक माह की 1 तारीख को रसोइयों के खाते में मानदेय की धनराशि पहुंच जाएगी।

बेसिक शिक्षा विभाग में रसोइयों का खाता नंबर और आईएफएससी कोड फीड कराने के लिए अभियान चलाया गया है। अधिकांश रसोइयों का खाता नंबर जॉइंट होने के कारण ऑनलाइन नहीं दिख रहा है जबकि शासन ने सभी रसोइयों का डाटा अविलंब ऑनलाइन करने के लिए कहा है अप्रैल माह से पीएफएमएस प्रणाली लागू हो रही है।


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