प्रधानाध्यापक बनाए गए 3 जूनियर शिक्षकों पर विवाद, बीएसए ने शासन से माँगा मार्गदर्शन
झाँसी: दूसरे जनपदों से एडी बेसिक ने तीनों शिक्षकों को उनके जनपद वापस भेजने को लिखा पत्र स्थानान्तरित होकर गृह जिले में आए 3 जूनियर शिक्षकों को उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों के पदों पर पदस्थापना देने का मामला तूल पकड़ गया है। पदस्थापना समिति के अध्यक्ष/ डायट प्राचार्य डॉ. मुकेश रायजादा के साथ एडी (बेसिक) अरुण कुमार ने पत्र लिखकर तीनों शिक्षकों को उनके जनपदों में वापस भेजने को कहा है। इस सम्बन्ध में बीएसए नीलम यादव ने एक बार फिर बेसिक शिक्षा परिषद को पत्र लिखकर मार्गदर्शन माँगा है।
दूसरे जनपदों से जुलाई में आए 118 शिक्षकों की तैनाती गृह जनपद झाँसी में की है, जिसमें एक दर्जन प्रधानाध्यापक भी शामिल हैं। ऑनलाइन पदस्थापना के बाद इन प्रधानाध्यापकों को स्कूल आवण्टित कर दिए, जिसमें 3 ऐसे प्रधानाध्यापकों को भी पदस्थापना दे दी गयी, जिनकी मौलिक नियुक्ति वर्ष 2002 दर्शायी गयी है, जबकि झाँसी जनपद में पहले से कार्यरत वर्ष 1997 से वर्ष 2002 तक के मौलिक नियुक्ति वाले अध्यापकों की पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति नहीं दी है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र दीक्षित ने पत्र लिखकर आपत्ति जताते हुए इन तीनों शिक्षकों को वापस उनके जनपद में भेजने को कहा था। शिक्षक संगठन की माँग पर डायट प्राचार्य व एडी (बेसिक) ने भी इन शिक्षकों को वापस भेजने को कहा। इधर, बीएसए ने शासन से एक बार फिर मार्गदर्शन माँगा है। इस बीच, इन शिक्षकों को वेतन देने की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है।
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