अयोग ने काबिलियत परखने को इंटरव्यू बोर्ड का बढ़ाया दायरा
प्रयागराज:उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने अपनी सबसे प्रतिष्ठित भर्ती सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) के इंटरव्यू बोर्ड में बड़ा बदलाव किया है। पहले सिर्फ विषय विशेषज्ञ (बड़े संस्थानों के प्रोफेसर) के साथ कार्यरत व पूर्व आईएएस-आईपीएस को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता था। लेकिन अब इंटरव्यू बोर्ड का दायरा बढ़ा दिया गया है।प्रदेश की सबसे बड़ी सेवा के लिए अफसरों की काबिलियत परखने को अब प्राथमिकता के तौर पर विश्वविद्यालयों के कुलपति, पूर्व न्यायाधीश, कार्यरत व पूर्व आईएएस-आईपीएस, सेना में ब्रिगेडियर से ऊपर के अधिकारी, वरिष्ठ वैज्ञानिकों और केंद्र सरकार में क्लास वन अधिकारियों को बुलाने का निर्णय लिया गया है।अध्यक्ष संजय श्रीनेत का मानना है कि इंटरव्यू बोर्ड में विविध क्षेत्रों के विशेषज्ञों के आने से चयन प्रक्रिया को और बेहतर बनाया जा सकता है। आयोग पीसीएस-जे के चयन के लिए हाईकोर्ट के कार्यरत न्यायाधीशों को पहले से बुलाता रहा है।
स्टाफ की कमी के बावजूद भर्ती में तेजी
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की तुलना में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) में स्टाफ की कमी के बावजूद तेजी से भर्ती का काम हो रहा है। एक अनुमान के मुताबिक यूपीएससी में एक पद पर चयन के लिए 29 स्टाफ हैं, जबकि यूपीपीएससी में मात्र चार कार्मिक हैं।
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