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डीआईओएस व उनकी पत्नी पर केस का मामला: लेनदेन व कंपनी के दस्तावेजों की होगी जांच


डीआईओएस व उनकी पत्नी पर केस का मामला: लेनदेन व कंपनी के दस्तावेजों की होगी जांच

लखनऊ:- गाजीपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक ओम प्रकाश राय और उनकी पत्नी समेत चार पर सात करोड़ रुपये ठगने का केस दर्ज किया गया है। इस मामले में महानगर पुलिस ने कंपनी के लेनदेन का रिकॉर्ड, बैंक खातों की डिटेल और कंपनी से जुड़े सभी दस्तावेजों की जांच करने की तैयारी कर ली है। आरोपों के आधार पर संबंधित जानकारी के लिए पुलिस सभी को नोटिस जारी करेगी। वहीं मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिलते ही डीआईओएस ने भी अपना पक्ष रखा। डीआईओएस ने कहा कि मेरा नाम जबरदस्ती घसीटा जा रहा है। इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है।निशातगंज पेपर मिल में रहने वाले दीपक राय ने महानगर थाने में तहरीर दी जिसमें आरोप लगाया है कि गाजीपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक ओम प्रकाश राय, उनकी पत्नी शशि राय, विनय राय उर्फ बंटी और प्रवीण कुमार राय उर्फ सोनू ने सात करोड़ रुपये की ठगी की है। दीपक के मुताबिक, उनकी पैतृक जमीन सुल्तानपुर रोड स्थित बगियामऊ में थी जिसे उनके बाबा ने अंसल के हाथों बेचा था। इसके बदले अंसल ने 7.50 करोड़ रुपये दिया था। इसी बीच उनकी मुलाकात मऊ के दोहरीघाट स्थित ठाकुर गांव निवासी प्रवीण कुमार राय व उनके बड़े भाई विनय कुमार उर्फ बंटी राय से हुई। दोनों ने कहा कि बाराबंकी में एक साइट जो कि शशि इंफ्रा प्रा. लि. के नाम से है, वहां कार्य शुरू किया गया है। साइट बड़ी है इसलिए अधिक पैसों की आवश्यकता है।प्रवीण कुमार राय ने कहा कि कंपनी गाजीपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक ओमप्रकाश राय की पत्नी शशि राय की है। इसमें निवेश करने से मोटा मुनाफा होगा। मुनाफे में सभी के हिस्से पहले से तय रहेंगे। यहां तक दावा किया कि कंपनी की निदेशक शशि राय सिर्फ नाम मात्र की हैं। असल में इसे डीआईओएस ही संचालित करते हैं जो हम लोगों के करीबी रिश्तेदार हैं। सभी के शेयर भी तय किए गए जिसमें 50 प्रतिशत अशोक राय, 20 प्रतिशत डीआईओएस की पत्नी शशि राय और 30 प्रतिशत प्रवीण राय को दिए गए। इसी आधार पर नई कंपनी बनाई गई जिसका नाम एएसआर ग्रीन सिटी रखा गया। कंपनी में दीपक से धीरे-धीरे कर सात करोड़ रुपये निवेश करा दिए गए।

रुपये का हिसाब मांगा तो दी गई धमकी

दीपक राय का आरोप है कि रुपये कंपनी के खाते में आते ही मनमाने तरीके से खर्च करने शुरू कर दिए गए। जब इस संबंध में पूछताछ की जाती तो प्रवीण और उसके बड़े भाई विनय उर्फ बंटी धमकी देने लगते। आरोप है कि विधानसभा चुनाव के नाम पर चार करोड़ रुपये जुटाने के लिए दीपक से कहा गया। यह बात विनय राय बंटी ने कही। दीपक से कहा कि चुनाव में चार करोड़ रुपये खर्च होंगे। उसे भाजपा से टिकट दिया जा रहा है। टिकट नहीं मिला। इसके बाद निर्दल चुनाव लड़ने के नाम पर ढाई करोड़ रुपये का घपला किया गया। दीपक ने आपत्ति की तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाने लगी।


पीड़ित दीपक की तहरीर पर महानगर थाने में जिला विद्यालय निरीक्षक ओम प्रकाश राय, उनकी पत्नी शशि राय, प्रवीण राय उर्फ सोनू और विनय राय उर्फ बंटी के खिलाफ साजिश रचने कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, धमकी देने सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। प्रभारी निरीक्षक महानगर केशव कुमार तिवारी के मुताबिक, मामले की जांच शुरू कर दी गई है। दोनों पक्षों को नोटिस जारी किया जाएगा ताकि दस्तावेज उपलब्ध कराए जा सकें और सही से जांच हो सके। इस मामले में बैंक खातों, कंपनी के रजिस्ट्रेशन से लेकर अन्य जरूरी दस्तावेज भी खंगाले जाएंगे।डीआईओएस ने भी दी अपनी सफाई महानगर थाने में शनिवार को दर्ज मुकदमे की जानकारी गाजीपुर के डीआईओएस ओमप्रकाश राय को हुई तो उन्होंने बताया कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। दो रिश्तेदारों के बीच का विवाद है। दोनों के बीच रुपये के लेनदेन का मामला है। मेरा नाम जबरदस्ती घसीटा जा रहा है। मुझे बदनाम करने की साजिश रिश्तेदारों ने रची है। उन पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे।


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