तबादलों में शिक्षिकाओं का भारांक दोगुना, शिक्षकों में मची खलबलीजिले में अधिकतम स्थानांतरण की सीमा भी 15 से घटाकर 10 फीसदी की
जिले में अधिकतम स्थानांतरण की सीमा भी 15 से घटाकर 10 फीसदी की
लखनऊ। प्रदेश के बेसिक विद्यालयों में लंबे समय बाद एक से दूसरे जिले में (अंतर्जनपदीय तबादले की शुरुआत हुई है पुरुष शिक्षकों का कहना है कि इस बार भी उनकी डगर आसान नहीं है। पिछली बार की अपेक्षा इस बार महिलाओं का भारांक दोगुना कर दिया गया है। पिछली बार की अपेक्षा जिले में अधिकतम तबादलों की सीमा भी घटा दी गई है।
वर्ष 2019 में एक जिले से दूसरे में स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू होते समय की गई थी तो उस समय महिला शिक्षिकाओं के लिए भारांक पांच था। इस बार इसे बढ़ाकर दस कर दिया गया है। वही पुरुष शिक्षक आवेदन के योग्य होंगे, जिन्होंने एक ही जिले में तैनाती की पांच साल की सीमा पूरी की हो। महिला के लिए यह दो साल ही होगा। वहीं विभाग ने पिछली बार की अपेक्षा स्वीकृत पदों के सापेक्ष एक जिले में अधिकतम तबादले की सीमा भी 15 से घटाकर 10 प्रतिशत कर दी है। सेवा के प्रत्येक वर्ष के लिए एक अंक निर्धारित किया गया है। पिछली बार अधिकतम अंक 35 तय थे, जिन्हें इस बार घटाकर 15 कर दिया गया है।
एक साथ दोनों प्रक्रिया शुरू होने से ऊहापोह :
कई शिक्षकों के मुताबिक, एक ही समय पर एक से दूसरे जिले और जिले के अंदर परस्पर तबादले एक साथ शुरू कर दिए गए हैं। यह भी चर्चा है कि जल्द ही जिले के अंदर तबादले की भी प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इसे लेकर शिक्षकों में ऊहापोह है कि वह किसके लिए आवेदन करें।