निजी स्कूलों में 50 प्रतिशत छात्रों की ही बनी अपार आइडी


निजी स्कूलों में 50 प्रतिशत छात्रों की ही बनी अपार आइडी

लापरवाही बरतने वाले प्राइवेट विद्यालयों पर कसेगा शिकंजा

अब सरकारी स्कूलों में यह आंकड़ा 80 प्रतिशत तक पहुंचा

लखनऊ :आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आइडी बनाने के लिए मंगलवार को भी विद्यालयों में कैंप लगाए गए। अभी तक सरकारी स्कूलों में 80% विद्यार्थियों की आइडी बनाई जा चुकी है लेकिन निजी विद्यालयों में अभी तक केवल 50% विद्यार्थियों की ही आइडी बन पाई है। ऐसे में अब इन विद्यालयों के खिलाफ शिकंजा कसा जाएगा। सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) व जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआइओएस) को इनकी नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।

12 अंकों की अपार आइडी में विद्यार्थियों की प्री-प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक की शैक्षिक प्रगति का पूरा ब्योरा होगा। नाम, लिंग, जन्मतिथि, अभिभावक का नाम, चरित्र प्रमाणपत्र, टीसी, स्कालरशिप व जीते गए अवार्ड इत्यादि का पूरा ब्योरा आनलाइन उपलब्ध रहेगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा के मुताबिक सरकारी प्राइमरी व माध्यमिक स्कूलों में 80% तक विद्यार्थियों की अपार आइडी बनाई जा चुकी है। कई जगह विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों के आधार कार्ड न होने के कारण कठिनाई आई है। फिलहाल निजी स्कूलों में अपार आइडी के काम में तेजी लाने के लिए सभी जिलों में बीएसए व डीआइओएस को समन्वय करने के निर्देश दिए गए हैं। बीते सोमवार व मंगलवार को विद्यालयों में कितने विद्यार्थियों की अपार आइडी बनाई गईं और अभी तक कितना कार्य हो चुका है, इसकी विस्तृत जानकारी मांगी गई है। फिर जिलावार अभियान चलाकर स्कूलों से जवाब-तलब किया जाएगा। प्रदेश में 1.33 लाख परिषदीय स्कूलों में 1,48,46,636 छात्र हैं। 77,816 निजी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में 94,64,290 विद्यार्थी हैं। वहीं 2,441 राजकीय माध्यमिक स्कूलों व 4,500 अशासकीय सहायताप्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों में 1,40,45,921 तथा 25,346 निजी माध्यमिक स्कूलों में 99,98,470 विद्यार्थी हैं।


Exit mobile version