लखनऊ:- उत्तर प्रदेश में चुनावी मौसम में सरकार चलाने वाली भाजपा समेत सभी राजनीतिक दल कर्मचारियों के हितों में तमाम घोषणाएं कर रहे हैं। लेकिन बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के 3.50 लाख आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को पिछले 4 महीने से और इतनी ही संख्या में काम करने वाले रसोइयों को 8 महीने से मानदेय न मिलने के मुद्दे पर कोई नहीं बोल रहा है। इन कार्यकत्रियों ने अक्टूबर के बाद से अब तक मानदेय नहीं मिला है ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का छठ पर्व,नया साल, मकर संक्रांति, बसंत पंचमी जैसे त्यौहार बिना मानदेय के ही बीत गए। इसी वजह से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में सरकार के खिलाफ भारी नाराजगी व्याप्त है।

बता दें कि बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में तैनात करीब 3.50 लाख आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं के अलावा करीब 4000 मुख्य सेविकाओं और 897 परियोजना अधिकारियों व 73 जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) को भी अक्टूबर माह से वेतन नहीं प्राप्त हुआ है। शासन ने अधिकारियों की इस लापरवाही के चलते विभाग के कर्मचारियों में हाहाकार मचा है। इस संबंध में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के संगठन ने शासन और सरकार के स्तर पर कई बार गुहार लगाई है लेकिन न तो सरकार ने इसकी आवाज सुनी और न ही मंत्री ने।

सूत्रों का कहना है कि इस संबंध में विभागीय मंत्री को मानदेय भुगतान के लिए फाइल करीब 2 माह पहले ही भेजी जा चुकी है लेकिन अब तक मानदेय देने को लेकर कोई फैसला नहीं आया है।


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