सहारनपुर: अन्तरजपदीय म्यूच्यूअल ट्रांसफर से आये शिक्षको को विद्यालय आवंटन के लिए दूसरे दिन भी करीब आठ घंटे का लंबा इंतजार करना पड़ा। वेबसाइट खुलने के बाद काउंसिलिंग शाम पांच बजे शुरू हो सकी। शाम सात बजे तक 50 फीसदी शिक्षकों को विद्यालयों का आवंटन हो सका था।
अंतरजनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत जनपद में 97 शिक्षक अन्य जनपदों से स्थानांतरित होकर सहारनपुर आए थे। फरवरी 2021 में आए इन शिक्षकों को अभी तक विद्यालयों का आवंटन नहीं हो सका है। आठ माह से उन्हें अलग-अलग कार्यालयों में अटैच किया गया था। अब बेसिक शिक्षा परिषद ने 12 अक्तूबर को काउंसिलिंग के जरिए विद्यालय आवंटित करने का निर्णय लिया था। विद्यालयों की आवंटन ऑनलाइन होना है, जिसके लिए वेबसाइट लखनऊ से खुलनी है। मंगलवार को काउंसिलिंग के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर बड़ा एलईडी टीवी लगाया गया था, लेकिन शाम साढ़े छह बजे तक भी वेबसाइट नहीं खुलने की वजह से शिक्षकों केे बैरंग लौटना पड़ा था। ऐसे में शिक्षकों को काउंसिलिंग के लिए बुधवार को बुलाया गया था। शिक्षक सुबह नौ बजे से ही पहुंचना शुरू हो गए थे। शिक्षक दिन भर टेंट में बिछी कुर्सियों पर बैठकर वेबसाइट के खुलने का इंतजार करते रहे, मगर वेबसाइट शाम पांच बजे खुली, जिसके तुरंत बाद विभागीय स्तर से कार्रवाई शुरू की गई। सात बजे तक करीब 50 फीसदी शिक्षकों को विद्यालयों का आवंटन हो सका। उधर, सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक भूखे प्यासे खड़े शिक्षकों की हिम्मत जवाब दे गई। कई महिला शिक्षक छोटे बच्चों को साथ लेकर पहुंची थीं, जिनको अधिक परेशानी हुई, मगर शाम पांच बजे वेबसाइट खुलने के बाद उनकी जान में जान आई।
बुधवार को दिन में लखनऊ से ही वेबसाइट नहीं खुलने की वजह से काउंसिलिंग समय से शुरू नहीं हेे सकी। शाम पांच बजे जैसे ही वेबसाइट खुली तो विभाग के स्तर से काउंसिलिंग की गई। सात बजे तक करीब 50 फीसदी काउंसिलिंग हो चुकी है।
अंबरीष कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।