◆ बस्ती सदर के उच्च प्राइमरी महरीपुर में हैं सहायक अध्यापिका।
◆ ईजी विज्ञान यूपी बोर्ड नाम से बने एजुकेशन यूट्यूब चैनल को चलाती हैं।
बस्ती:- जिले के बस्ती सदर ब्लॉक के उच्च प्राइमरी स्कूल महरीपुर में सहायक अध्यापिका पद पर कार्यरत सहायक अध्यापिका अनुसरना सिंह का चयन राज्य पुरस्कार के लिए किया गया है । कोविड कॉल में ऑनलाइन एजुकेशन पर फोकस करने के साथ ही इन्होंने अपने नवाचार से बच्चों की सीखने व समझाने की क्षमता को विकसित किया । स्कूल की छात्र संख्या को भी दोगुना से अधिक पहुंचाने में सफलता हासिल की । जिले से कुल अध्यापकों ने राज्य पुरस्कार के लिए दावेदारी की थी ।
शहर के कटरा मोहल्ला की रहने वालीं अनुसरना सिंह ( 35 ) की बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूल में बतौर सहायक अध्यापिका छह अगस्त 2010 को चयन हुआ था । पहली तैनाती उन्हें गौर ब्लॉक के मीरवापुर प्राइमरी में मिली । 2015 में विज्ञान शिक्षक के तौर पर उनकी प्रोन्नति हुई । इसके बाद इन्हें उच्च प्राइमरी स्कूल महरीपुर में तैनात किया गया । जिस वक्त इन्होंने स्कूल ज्वाइन किया , यहां छात्र संख्या 53 थी । यहां उनके अलावा एक शिक्षिका और कार्यरत हैं । शैक्षिक गतिविधियों पर फोकस के साथ नामांकन बढ़ाने के लिए इन्होंने विशेष प्रयास किया , जिससे वर्तमान में इस स्कूल की छात्र संख्या 111 हो गई है । इसमें बालिकाओं की संख्या 58 है । उनके पति राकेश प्रताप सिंह परिषदीय स्कूल भौसिंहपुर में प्रधानाध्यापक हैं । एमएसजी , बीएड के साथ उन्होंने यूपी टैट और सीटैट क्वालीफाई किया है ।
राज्य पुरस्कार मिलने से खुश अनुसरना कहती हैं कि पढ़ाई के दौरान उनका मकसद बच्चों को जटिल टॉपिक को बेहद आसान तरीके से समझाना होता है । जिससे उनकी समझ विकसित हो सके । कमजोर बच्चों का विशेष ध्यान रखना होता है , जिससे उनकी सीखने व समझने की क्षमता बढ़े । राज्य पुरस्कार के लिए चयन पर बीएसए डॉ . इन्द्रजीत प्रजापति ने उन्हें बधाई दी है ।
आईटीआई में बच्चों का कराया सलेक्शन:
सहायक अध्यापिका अनुसरना सिंह ने कोरोना वैश्विक महामारी में देश और प्रदेश स्तर पर निःशुल्क नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा की ऑनलाइल तैयारी कराई । पूर्व छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रम में प्रवेश के लिए प्रोत्साहन दिया । पिछले दो साल में दो छात्रों का चयन आईटीआई में हुआ है । उन्होंने जनसहयोग से स्कूल में पंखे , कूलर , लैपटॉप व सूक्ष्मदर्शी की व्यवस्था कराई । विद्यालय में शिक्षण कार्य को रूचिकर बनाने के लिए शिक्षक व छात्रों की मदद से आईटीसी उपकरणों और टीएलएम के प्रयोग को बढ़ावा दिया । ऑनलाइन शिक्षण , नामांकन बढ़ोत्तरी , ई – पाठशाला में बेहतर कार्य करने के लिए ब्लॉक व जनपद स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है ।
ईजी विज्ञान नाम से बनाया यूट्यूब चैनल:
सहायक अध्यापिका अनुसरना सिंह ने ईजी विज्ञान नाम से अपना एक यूट्यूब चैनल बनाने के साथ ही फेसबुक पेज भी बनाया । इस पर छह सौ से अधिक परिषदीय पाठ्यक्रम के अनुसार आईसीटी आधारित सामाग्री का निर्माण किया । विज्ञान जैसे कठिन विषय को कार्टून , खेल और विभिन्न गतिविधियों से रोचक व मनोरंजक बनकर सरल तरीके से पढ़ाने पर फोकस किया । छात्रों को स्वयं करके विज्ञान को सीखने का अवसर प्रदान करने के साथ ही विज्ञान में कक्षा छह से आठ तक के संपूर्ण पाठों को माइन्ड मैप से संपेक्षित करके एक बॉक्स में समेटने का कार्य उन्होंने किया ।