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56830 बच्चे बिना यूनिफॉर्म के, बच्चों पर भारी अभिभावकों की लापरवाही, खातों में अब तक नहीं पहुंची धनराशि


56830 बच्चे बिना यूनिफॉर्म के, बच्चों पर भारी अभिभावकों की लापरवाही, खातों में अब तक नहीं पहुंची धनराशि

210 लोगों के पास आधार नहीं, शेष के खाते से आधार नहीं हो रहा लिंक

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श्रावस्ती। परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय सहित अनुदानित विद्यालयों में शिक्षणरत 56830 बच्चे यूनिफॉर्म के लिए धनराशि का इंतजार कर रहे हैं जिले के परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों सहित अनुदानित विद्यालयों में एक लाख 84 हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं।

इन्हें पैंट, शर्ट, स्कर्ट, स्वेटर, जूता व मोजा सहित स्कूल बैग के लिए शासन की ओर से 1150 रुपये अभिभावकों के खातों में भेजा जाता है। अभिभावकों के खाते आधार से लिंक कराने के बाद ही उन्हें भुगतान होना था । किन्हीं कारणों से सिर्फ 127170 अभिभावकों के खातों में ही पैसा भेजा जा सका है।

वहीं हरिहरपुररानी में 41, गिलौला में 38, इकौना में 39, सिरसिया में 47 व जमुनहा में 45 बच्चों का आधार अब तक नहीं बना। कहीं कुछ कमियों से उनका आधार खातों से लिंक नहीं हो पा रहा है। इससे 56830 बच्चों को ड्रेस का पैसा नहीं मिल पाया।

बीएसए अमिता सिंह का कहना है कि सभी शिक्षकों को निर्देशित किया जा चुका है कि वह अभिभावकों से मिल कर अपने बच्चों को यूनिफार्म में भेजने के लिए प्रेरित करें। जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा। उधर, अभिभावक रामकिशोर ने बताया कि अब तक पैसा नहीं मिला है। इस वजह से बच्चे के लिए यूनिफॉर्म नहीं ले पाए हैं।

अब तो ठंड का मौसम भ आ गया है। इस वजह से ज्यादा दिक्कत हो रही है। देवकी का भी यही दर्द है। उनका कहना है कि इतना पैसा नहीं है कि यूनिफॉर्म खरीद पाएं। ऐसे में धनराशि मिल जाती तो काफी सहारा मिल जाता।

बाधा बनी अंग्रेजी भाषा:

खातों में केवाईसी के लिए बैंक ने शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा में लिखे फॉर्म दिए है। जो अभिभावकों की समझ से परे हैं। जिससे वह उस पर हस्ताक्षर करने से मना कर रहे हैं। जिससे अभिभावकों के बैंक खातों की केवाईसी व आधार सत्यापन नहीं हो पा रहा है।

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