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48 हजार से ज्यादा स्कूलों में बेटियों को मिलेगी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग


 48 हजार से ज्यादा स्कूलों में बेटियों को मिलेगी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग

राज्य मुख्यालय:प्रदेश के 45 हजार 633 जूनियर हाईस्कूलों की सभी बेटियों को आत्मरक्षा के लिए लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों और 2272 सरकारी माध्यमिक स्कूलों की बेटियों को भी यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण एक महीने का होगा। इसके लिए केन्द्र सरकार ने पांच हजार रुपये प्रति स्कूल का बजट मंजूर किया हैं। समग्र शिक्षा अभियान में इस शैक्षिक सत्र के लिए 7484 करोड़ का बजट मंजूर किया गया है।इन तीनों तरह के स्कूलों के लिए 24.31 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है। इसमें बेटियों में आत्मविश्वास बढ़ाने की कोशिश करने के साथ ही उन्हें बेल्ट, स्टोल, जूते, की-चेन, बैग, पेन-पेंसिल आदि को ही हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग दी जाएगी।

आंगनबाड़ी के लिए भी पहली बार मिला बजट

इस सत्र से 61 हजार आंगनबाड़ी केन्द्रों में फर्नीचर और अन्य सामग्री के लिए 35 करोड़ का बजट रखा गया है। इस बजट से बच्चों की उम्र व लम्बाई के हिसाब से फर्नीचर खरीदा जाएगा। वहीं एनसीईआरटी पाठ्यक्रम और शिक्षकों की ट्रेनिंग के लिए भी पैसा खर्च किया जाएगा।

कम्पोजिट ग्रांट में कुछ श्रेणियों में फेरबदल

स्कूलों की छोटी-मोटी जरूरतों के लिए दी जाने वाली कम्पोजिट ग्रांट की श्रेणियों में फेरबदल किया गया है। पहले एक से 15 छात्र संख्या तक 12 हजार 500 और 16 से 100 छात्र संख्या तक 25000 रुपये की ग्रांट दी जा रही थी लेकिन इस बार एक से 30 छात्र संख्या तक 10 हजार रुपये और 30 से 100 छात्र संख्या तक 25 हजार रुपये की ग्रांट दी गई है। बाकी श्रेणियां पहले जैसी ही रखी गई हैं। इस मद में 1.25 लाख रुपये तक की ग्रांट दी जाती है।


गुरुओं को पढ़ाने के लिए गुरु ही नहीं

प्रशिक्षु शिक्षक तैयार करने वाले राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद में स्वीकृत 45 पदों के सापेक्ष कुल 17 फैकल्टी हैं। वहीं डायटों में 1750 पद हैं लेकिन कार्यरत कुल 1153 फैकल्टी ही हैं। वहीं डायटों का भार कम करने के लिए ब्लॉक स्तर पर बायट बनाने का विचार था और 2012-13 में आठ बायट बनाने को मंजूरी मिली थी। लेकिन अभी तक इसे नहीं बनाया जा सका है।

ये भी मिला

– लाइब्रेरी ग्रांट में पिछले साल प्राइमरी व अपर प्राइमरी में 1300 और 500 रुपए दिया गया था लेकिन इस बार 1500 और दो हजार रुपए दिए गए हैं।

-राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत विज्ञान मेले के लिए प्रति जिला 50000₹रुपए व क्विज प्रतियोगिता के लिए प्रति ब्लॉक 10000₹ रुपए दिया गया है।

-स्कूलों की सुरक्षा के लिए दो हजार रुपए प्रति स्कूल बजट दिया गया है।

-अभिभावकों से लैस विद्यालय प्रबंध समितियों के लिए भी 40 करोड़ रुपए का बजट दिया गया है। 134298 स्कूलों के लिए तीन हजार रुपए प्रति एसएमसी का बजट दिया गया है।


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