33 percent seats increased in universities and affiliated degree colleges

मेरठ: चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर और कालेजों में सीटों में बढ़ोतरी की गई है। परिसर में संचालित सभी परास्नातक कोर्स में 33 सीटें कर दी गई हैं। वहीं, डिग्री कालेजों में स्नातक में 33 फीसद सीटें बढ़ा दी गई हैं। बुधवार को कार्यपरिषद की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया। विश्वविद्यालय परिसर में अभी तक परास्नातक में हर विभाग में 20-20 सीटों पर प्रवेश होता था। अब सभी रेगुलर कोर्स में 33 सीटों पर प्रवेश होगा। इसमें तीन सीट पर ईडब्लूएस यानी आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। विश्वविद्यालय की ओर से कालेजों में संचालित बीए, बीएससी, बीकाम में 33 फीसद सीटें बढ़ाने से मेरठ और सहारनपुर में करीब 40 हजार सीटें बढ़ गईं हैं। कार्यपरिषद की बैठक में कुलपति प्रो. एनके तनेजा, रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार, दर्शन लाल अरोड़ा, डा. अरुण कुमार, प्रो. दिनेश कुमार सहित अन्य सदस्य रहे।

विलंब शुल्क के साथ बीएड की प्रयोगात्मक परीक्षा

बीएड में सत्र 2018, 2019 और 2020 में प्रयोगात्मक परीक्षा से वंचित छात्रों को मौका दिया गया है। कालबाधित न होने की स्थिति में इस सत्र के छात्र शुल्क देकर प्रयोगात्मक परीक्षा दे सकेंगे। इसमें सत्र 2018 के छात्रों को 4500, सत्र 2019 के छात्रों को तीन हजार और 2020 के छात्रों को 1500 रुपये शुल्क विवि परिसर स्थित बैंक में जमा कराना होगा। इसके अलावा फरवरी 2021 में बीएड की विशेष परीक्षा देने वाले छात्र बगैर शुल्क दिए प्रयोगात्मक परीक्षा दे सकेंगे। बीएड की विशेष परीक्षा के तहत प्रयोगात्मक परीक्षा एनएएस कालेज में 27 से 30 अक्टूबर के बीच कराई जा सकती है।

कार्यपरिषद के अन्य निर्णय

– कैंपस में संस्कृत और योग जैसे पाठ्यक्रमों की प्रवेश की अर्हता 45 फीसद से हटाकर केवल स्नातक उत्तीर्ण कर दिया गया है।

– 13 छात्रों को शोध की उपाधि देने का निर्णय।

-29 कालेजों को विभिन्न पाठ्यक्रमों की संबद्धता देने का निर्णय।

– भगवती कालेज में एमएड की संबद्धता समाप्त।


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