लखनऊ- प्रमुख संवाददाता:राज्य सरकार ने 1442 लेखपाल और अमीन को राजस्व निरीक्षक के पद पर पदोन्नति दे दी है। इनमें से 1335 लेखपाल और 107 अमीन हैं। चार सालों से यह पदोन्नति रुकी हुई थी। राजस्व परिषद की आयुक्त एवं सचिव मनीषा त्रिघाटिया ने इस संबंध में मंगलवार को आदेश जारी कर दिया है।इस संबंध में जिलाधिकारियों को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ राजस्व कार्यपालक (राजस्व निरीक्षक) सेवा नियमावली के अंतर्गत पदोन्नति देते हुए तैनाती देंगे। संबंधित जिले में पद न होने पर दूसरे स्थानांतरित किया जाएगा। पदोन्नति के बाद राजस्व निरीक्षक बनने वालों को तीन माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद अर्हकारी परीक्षा आयोजित कराई जाएगी। इसके लिए राजस्व परिषद अलग से आदेश जारी करेगा।पदोन्नति पाने वाले राजस्व निरीक्षकों को गृह व कार्यरत तहसील में तैनाती नहीं दी जाएगी। किसी की यदि मृत्यु हो गई है या सेवानिवृत्त हो गया है तो इसकी जानकारी परिषद को दी जाएगी। किसी के खिलाफ जांच चल रही है तो इसकी जानकारी भी दी जाएगी। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के प्रदेश महामंत्री ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विभागीय अधिकारियों का आभार जताते हुए बधाई दी है।

लेखपाल के 1335 पद हुए और खाली

लेखपालों के राजस्व निरीक्षक पद पर पदोन्नति के बाद 1335 पद और खाली हो गए हैं। पहले से 8085 पद लेखपाल के खाली हैं। राजस्व परिषद को अब इन पदों पर भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को प्रस्ताव भेजना होगा।


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