Site icon बेसिक शिक्षा विभाग समाचार

जल्द अभिभावकों के खाते में भेजे जाएंगे 1200 रुपये


प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, कंपोजिट विद्यालयों के बच्चे होंगे लाभान्वित

02 लाख बच्चों को ड्रेस बैग , स्टेशनरी का मिलेगा पैसा

50 हजार नए बच्चों का भी डॉटा पोर्टल पर हो चुका अपलोड

ज्ञानपुर:- जिले के प्राथमिक , पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय में पढ़ने वाले दो लाख बच्चों को ड्रेस बैग , स्टेशनरी आदि का पैसा जल्द ही मिलेगा । सत्यापन अंतिम दौर में पहुंच गया है । 15 जुलाई के बाद कभी भी अभिभावकों के खाते में 1200 1200 रुपये भेजा जाएगा । इसमें 50 हजार नए बच्चों का भी डॉटा प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है कोरोना संक्रमण के कारण साल 2020 और 2021 में बेसिक शिक्षा काफी प्रभावित हुई थी ।

जिसे देखते हुए शासन ने 2021 में बच्चों के यूनिफार्म , बैग , जूता आदि का पैसा अभिभावकों के खाते में भेजा अब 2022 में भी परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों की ड्रेस का पैसा अभिभावकों के खातों में भेजा जाएगा । जिला समन्वयक कल्पनाथ मिश्र ने बताया कि डेढ़ लाख पुराने बच्चों का सत्यापन कार्य करीब – करीब पूर्ण हो चुका है । 50 हजार नए बच्चों का डॉटा भी अपलोड किया जा चुका है । 15 जुलाई के बाद कभी भी शासन स्तर से डीबीटी ( डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर ) और पीएफएमएस ( पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम ) से सरकार पैसा अभिभावकों के खातों में भेजेगी । इस बार 1100 की जगह 1200 रुपये भेजा जाएगा ।

उन्होंने बताया कि शिक्षकों को प्रेरणा पोर्टल के ऊपर बच्चे की डिटेल जैसे नाम , पिता का नाम , खाताधारक का नाम , खाता संख्या बैंक का नाम , आईएफएससी कोड आदि सत्यापित कर बीईओ को भेजने की व्यवस्था दी गई है । बीईओ उसे बीएसए को भेजेंगे , जहां से पूरी डिटेल लखनऊ भेजी जानी है । वहां पैसा सीधे मां या पिता के खाते में ट्रांसफर किया जाएगा । शिक्षकों को डिटेल भरते समय यह ध्यान रखना कि बच्चे , माता – पिता या किसी अन्य अभिभावक के नाम की स्पेलिंग किसी प्रकार की त्रुटि न हो ।

ऐसा होना चाहिए खाता

ड्रेस का लाभ लेने के लिए बच्चे के माता या पिता का एकल खाता होना चाहिए यानी वह ज्वाइंट न हो । यदि मां और पिता नहीं हैं तो वह अपने दादा , दादी , चाचा , ताऊ , बुआ , फूफा आदि किसी का भी खाता नंबर दे सकता है , मगर उस व्यक्ति का नाम बच्चे के प्रवेश रजिस्टर में दर्ज होना चाहिए । साथ ही खाता अपडेट होनी चाहिए ।

“डीबीटी से बीते सत्र से ही सरकार ड्रेस का पैसा सीधे बच्चे के अभिभावक के खाते में ट्रांसफर कर रही है । इसके बाद अभिभावक स्वयं ड्रेस खरीदकर बच्चे को देंगे । शिक्षकों के माध्यम से बच्चों की डिटेल लेकर लखनऊ भेजा गया है । नए सत्र में भी पैसा भेजने की शुरूआत शासन स्तर से की जाएगी।”- भूपेंद्र नारायण सिंह , बीएसए


Exit mobile version