समस्त शिक्षकगण / SRG /DC /BEO / BSA/ PRINCIPAL, DIET :
नव वर्ष की मंगलकामना के साथ आपका ध्यान उत्तर प्रदेश के परिषदीय / KGBV विद्यालयों हेतु 100 DAYS READING CAMPAIGN
के सम्बन्ध में आकृष्ट करना है ।
👉उत्तर प्रदेश के समस्त परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, संविलियित एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में 100 दिवसीय पठन अभियान का प्रारम्भ जनवरी 2022 से किया जा रहा है।
👉इसके अंतर्गत बालवाटिका से कक्षा 8 तक के समस्त विद्यार्थियों को उनके आयु व कक्षानुरूप पठन संबंधी विभिन्न प्रकार के अनुभवों को उपलब्ध कराना है।
👉आप अवगत हैं कि स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग , शिक्षा मंत्रालय , भारत सरकार द्वारा 5 जुलाई 2021 को बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता के लिए एक राष्ट्रीय मिशन NIPUN BHARAT ( National Initiative for Proficiency in Reading with Understanding and Numeracy )शुरू किया गया है।
👉इसी क्रम में उत्तर प्रदेश शासन द्वारा राज्य में इसके क्रियान्वयन हेतु विस्तृत शासनादेश दिनांक 23 दिसम्बर 2021 जारी किया गया है। मिशन प्रेरणा के अगले चरण के रूप में निपुण भारत मिशन का उद्देश्य 3 से 9 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों की सीखने की आवश्यकताओं को पूरा करना है।
👉100 दिवसीय पठन अभियान जो जनवरी 2022 से प्रारंभ हो रहा है , इस तथ्य पर आधारित है कि पढ़ना सीखने का आधार है, जो विद्यार्थियों को स्वतंत्र रूप से पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित करता है, रचनात्मक एवं आलोचनात्मक चिंतन तथा मौखिक और लिखित दोनों में अभिव्यक्ति करने की क्षमता विकसित करता है। यह बच्चों को उनके परिवेश और वास्तविक जीवन की स्थिति से जोड़ने में मदद करता है।
👉पठन अभियान की आवश्यकता इसी तथ्य से प्रकाशित होती है कि समझ के साथ पढ़ने वाले बच्चे सामान्यतः बेहतर विद्यार्थी बनते हैं, जिससे स्कूल और जीवन के अन्य क्षेत्रों में उन्हें अपेक्षित सफलता प्राप्त होने की संभावना बढ़ जाती है।
मुख्य ध्यातव्य बिन्दुः
➡️ 100 दिनों के रीडिंग कैम्पेन में प्रति सप्ताह गतिविधि को पढ़ने को मनोरंजक बनाने और इससे आजीवन जुड़ाव सुदृढ़ करने हेतु किया जाना है।
➡️ 14 जनवरी 2022 तक विद्यालयों के बंद होने की स्थिति ( शीतकालीन अवकाश ) में बच्चों को घर पर किस प्रकार पठन के विभिन्न अवसर उपलब्ध हो सकते हैं, इसके लिए बच्चों तथा उनके अभिभावकों को प्रेरित करें।
➡️ इसके साथ ही जनपद/ब्लॉक/पंचायत स्तर पर कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं का भी इसमें सहयोग लिया जा सकता है । प्रेरणा सारथी एवं प्रेरणा साथी इस पठन अभियान के अहम हिस्से हैं । इसलिए इनके साथ नियमित संवाद स्थापित करते हुए इनके माध्यम से बच्चों को घर पर ही पठन हेतु विभिन्न सामग्रियाँ उपलब्ध कराते हुए पठन के अनुभवों को प्राप्त करने में बच्चों की मदद करें।
➡️विभिन्न प्रकार के आकर्षक चित्रों से युक्त सरल और दिलचस्प कहानी की किताबों की उपलब्धता और बच्चों की उन तक पहुंच सुनिश्चित करें।
➡️राज्य द्वारा विद्यालय स्तर पर उपलब्ध करायी गई पुस्तकालय हेतु पुस्तकें, सहज पुस्तिकाएं, स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कहानियों आदि का इसमें प्रयोग करें। पुस्तकालय की क्रियाशीलता , बुक क्लब , बच्चों की सहभागिता आदि के सम्बन्ध में एक मार्गदर्शिका भी आपको पूर्व में प्रेषित की गयी है ।
➡️दीक्षा पोर्टल, प्रेरणा पोर्टल व एससीईआरटी के वेबसाइट्स आदि पर उपलब्ध विभिन्न संसाधनों का भी उपयोग बच्चों के साथ किया जाय।
➡️ एनसीईआरटी, नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी), स्टोरी वीवर (https://storyweaver-org-in), प्रथम बुक्स (https://prathambooks-org), रूम टू रीड क्लाउड (https://literacycloud-org), आदि पर उपलब्ध संसाधन इस अभियान को प्रभावी बनाने में अत्यंत मददगार साबित हो सकते हैं।
➡️इस अभियान के अंतर्गत गतिविधियों का साप्ताहिक कलेण्डर तैयार किया गया है , जिसे बच्चों को शिक्षकों, दादा – दादी , माता-पिता, साथियों, भाई-बहनों या परिवार के अन्य सदस्यों की सहायता से करना चाहिए। उक्त के सम्बन्ध में समय समय पर निर्देश , इंफोग्राफिक्स आदि उपलब्ध कराये जायेंगे ।
➡️ रीडिंग कैम्पेन में इन्नोवेटिव प्रयासों को राज्य स्तर पर सराहा जायेगा । आपसे अनुरोध है कि इस कैम्पेन को सफल बनायें एवम सफलता की कहानी और फोटोग्राफ्स / वीडियोज़ परियोजना कार्यालय से साझा करें ।
आज्ञा से ,
महानिदेशक , स्कूल शिक्षा ।